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स्वर्ग / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़

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स्वर्ग है
वहाँ उस जगह
ख़ुशी है
जहाँ हर जगह।

गाते हों
पशु-पक्षी जहाँ —
गाता हो
सारा जहां।

किसी पत्थर से पूछो —
कहो, तुम हो कैसे?
तो वह भी जवाब देता है —
अच्छा हूँ! और तुम कैसे?

अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’