भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

गलफर में जहर / 14 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:58, 1 फ़रवरी 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रप्रकाश जगप्रिय |अनुवादक=च...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कुत्ता नें
आदमी सें कहलकै
तोरा द्वार पर
ऐती दिन रहलियौ
तोंय वफादारी नै सीखलैं
ओकर पूँछ
सीधा होय सकै छै
मुदा तोंय नैं।

अनुवाद:

कुत्ते ने
आदमी से कहा
तुम्हारे द्वार पर
इतने दिनों तक रहा
तुमने वफादारी नहीं सीखी
उसकी पूँछ
सीधी हो सकती है
किंतु तुम कभी नहीं।