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भारत देश महानु / मीरा हिंगोराणी
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धरतीअ में आ सोनु समायलु,
चमके चांदी झरणनि मां।
ॻाए लोली कन्याकुमारी,
कशमीर जे वादियुनि में,
गूंजे हिकई अज़ान।
भारत देशु महानु!
गूंजे महापुरिषनि जी ॿाणी,
जाति-पाति जो भेदु न ॼाणे,
ॾे भाई/ चारे जो ज्ञानु।
भारत देशु महानु!
वधाए शानु वत्तन जो,
थीऊ तूं मानु वत्तन जो,
मुशकी कर तूं जानि कुर्बानु।
भारत देशु महानु!