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रासि रचाई / मीरा हिंगोराणी

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घणई कटोरियूं खाई खीरणी,
साणु अठ-अठ पूरियूं,

पीतईं मथां दिलो पाणीअ जो,
मामे पेट में तह ॼमाई।

पियसि पेट में सूर त,
मामो घर खां ॿाहिर आयो,

आणे ॾे पुट हाज़मोला,
सूर आ जानि तपाई।

लॻे पियो तुहिंजे मामीअ जे,
गिह में ॿुॾल पूरियुनि,
अॼु पेट में रासि रचाई।