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छा चइजे? / अमुल चैनलाल आहूजा 'रहिमी'

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के कामी
के क्रोधी

के वरी लोभी
ऐं
पिणु अहंकारी
कुझु कुझु वक़्त
हरको
हरका शइ रखे भल
पाण वटि
पर
चार ई पहिर
तस्वर में संभोॻ
कंदो हुजे
उन खे
छा चइजे!