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हे झूले झूले झूलेलाल / लीला मामताणी

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तर्ज़: नीले गगन के तले

हे झूले झूले झूलेलाल
जेको आहे नंगपाल
कन्दो भलायूं मेटे मदायूं
सभ जो आहे रखपालु॥

1.
जंहिं जे मिलण लाइ वाटूं निहारियमि
सॾड़ा करे थे रोज़ संभारियमि
करे ॾेखारियो आ कमालु।
हे झूले झूले झूलेलाल॥

2.
अङण मुंहिंजे खे आबाद कयाईं
सभेई कारिज रास कयाईं
दिल जो आहे दिलदारु।
हे झूले झूले झूलेलाल॥

3.
हीअ ‘निमाणी’ करे नीज़ारी
दर तुंहिंजे जी बणियसि नमाज़ी
दीननि जो आ दयालु।
हे झूले झूले झूलेलाल॥