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मुहिंजे अखियुनि में / लक्ष्मण पुरूस्वानी

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फ़कत तुहिंजा अफसाना, मुहिंजे अखियुनि में
बाब बाकी बेगाना, मुहिंजे अखियुनि में

झाती पाए दिसीं जे दिलबर, मान्दकाई
ख्वाब आशिकाणा बि, मुहिंजे अखियुनि में

तड़फ़ बेसबब न थींदी मुहिंजा यार कदंहि
अञां बि मन्ज़र पुराणा, मुहिंजे अखियुनि में

चुमी करे तूं पहिंजे चपनि ते, सजाए दिसु रखी
तुहिंजी चाहत जा नग़मा, मुहिंजे अखियुनि में

अक्सु पहिंजो बि, साये में तुहिंजे दिसां थो
तुहिंजा जुल्फ़ ई वथाणा, मुहिंजे अखियुनि में

मिलाए दिसु अखियूं, त मोती ई सदिबा
अश्क जेके निमाणा, मुहिंजे अखियुनि में