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दिल लोचे माही यार नूँ / बुल्ले शाह

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दिल लोचे माही यार नूँ।
इक्क हस्स हस्स गल्लाँ करदिआँ,
इक्क रोन्दिआँ धोन्दिआँ मरदिआँ,
कहो फुल्ली बसंत बहार नूँ।
दिल लोचे माही यार नूँ।

मैं न्हाती धोती रह गई,
इक्क गन्ढ माही दिल बह गई,
भा<ref>आग</ref> लाईए हार शिंगार नूँ।
दिल लोचे माही यार नूँ।

मैं कमली कीती दूतिआँ<ref>प्रेमी का संदेश पहुँचाने वाली स्त्रियाँ</ref>,
दुक्ख घेर चुफेरे लीतिआँ,
घर आ माही दीदार नूँ।
दिल लोचे माही यार नूँ।

बुल्ला सहु मेरे घर आया,
मैं घुट्ट राँझण गल लाया,
दुक्ख गए समुन्दरों पार नूँ।
दिल लोचे माही यार नूँ।

शब्दार्थ
<references/>