प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा / बुल्ले शाह
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
जान्दा जाह ना आवीं फेर,
ओत्थे बेपरवाही ढेर,
ओत्थे डहल<ref>डर</ref> खलोन्दे शेर,
तूँ वी फँधिआ जावेंगा।
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
खूह विच्च यूसफ पायो ने,
फड़ विच्च बाज़ार विकायो ने,
तूँ कौडी मुल्ल पवावेंगा।
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
नेहुँ ला वेख जुलेखाँ लए,
ओत्थे आशक तड़फण पए,
मजनूँ करदा है है है,
तूँ ओत्थों की ल्यावेंगा?
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
ओत्थे इकनाँ पेवस्त<ref>चमड़ी</ref> लुहाइदे,
इक्क आरेआँ नाल चिराईदे,
इक्क सूली पकड़ चढ़ाईदे,
ओत्थे तूँ वी सीस कटावेंगा।
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
घर कलाल दा तेरे पासे,
ओत्थे आवण मस्त प्यासे,
तूँ वी जीअ ललचावेंगा।
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
दिलबर हुण ग्यौं कित लौ<ref>पासे</ref>,
भलके की जाणा की हो,
मस्ताँ दे ना कोल खलो,
तूँ वी मस्त सदावेंगा।
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।
बुल्लिआ गैर शरा ना हो,
सुक्ख दी नींदर भर के सौं,
मुँहों ना अनलहक्क<ref>मैं खुदा हूँ</ref> बगो<ref>कह</ref>,
चढ़ सूली ढले गावेंगा।
प्यारिआ सँभल के नेहुँ लगा, पिच्छों पछतावेंगा।