भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

9 / हीर / वारिस शाह

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:14, 29 मार्च 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वारिस शाह |अनुवादक= |संग्रह=हीर / व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मौजू चौधरी पिंड दी पांध<ref>पत, इज्ज़त</ref> वाला चंगा भाइयां दा सरदार आहा
अठ पुत्र दो बेटियां तिसदिआं सन वडा टबर अते परिवार आहा
भले भाइआं विच प्रतीत उसदी मंनिआ चोंतरे विच सरकार आहा
वारस शाह एह कुदरतां रब्ब दीयां ने धीदो नाल उस बहुत पयार आहा

शब्दार्थ
<references/>