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30 / हीर / वारिस शाह
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भरजाइयां आखया रांझिया वे असीं बांदियां तेरियां हुंनीयां हां
नाम लैना एं जदों तूं जावणे दा असीं हंजड़ रतदियां रूंनीयां हां
जान विच ऊलांभियां आ गई तेरे दरद फिराक चा भुंनीयां हां
सानूं सबर करार अराम नाहीं वारस शाह तों जदों वछुनीयां हां
शब्दार्थ
<references/>