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404 / हीर / वारिस शाह
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चीना खैर देना बुरा जोगियां नूं मछी भाबड़े<ref>एक जात</ref> नूं मास बाहमणा नी
कैंफ<ref>नशा</ref> भगत काजी तेल खंघ वाले वढ सुटना लौंग पलामणा<ref>लटकना</ref> नी
जहर जीऊंदे नूं अन सन वाले पानी हलकयां नूं धरन साहमणा नी
वारस शाह जिउं संखिया जूहियां नूं संख मुलां नूंराग जयों बाहमणा नी
शब्दार्थ
<references/>