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ज़िन्दगी भर समारोह ज़िन्दगी के / हेमन्त शेष
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ज़िन्दगी भर
समारोह ज़िन्दगी के ख़त्म होते नहीं
पर ख़ुशी से
ज़िन्दा रहने को
हर दिन सवेरे
ढूंढना पड़ता है
उपलक्ष्य