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विनती-चरण कमल में / कस्तूरी झा 'कोकिल'

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चरण कमल में
नत मस्तक माँ!
हमरा भक्ति
अपार दहोॅ।
शक्ति कलम में,
जीवन भर माँ!
भरलऽ प्यार-
संसार रहोॅ।
हमहूँ बाँटियै,
प्रेम हमेशा;
हिरदय में,
उद्गार दहोॅ।