सुबह से पहले
चाँद
टहलता है
मेरे साथ -साथ
और जाते -जाते
बरसा देता है
मुझ पर
अमृत की
कुछ बूँदें
ताकि जी सकूँ मैं
पूरे एक दिन और।
सुबह से पहले
चाँद
टहलता है
मेरे साथ -साथ
और जाते -जाते
बरसा देता है
मुझ पर
अमृत की
कुछ बूँदें
ताकि जी सकूँ मैं
पूरे एक दिन और।