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अँधेरी रातमा / हिरण्य भोजपुरे

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अँधेरी रातमा जून बनेर आउनू
अँधेरी रातमा जून बनेर आउनू ।

कुहिरोको घुम्टो ओढेर
मीठो-मीठो मुस्कान छर्दै-छर्दै
मीठो-मीठो मुस्कान छर्दै-छर्दै
मेरी मायालु आउनू ।

रुप मधुर मनमा मेरो
तिमी नै मेरो सेरो र फेरो
सपनाकी सँगी तिमी
विपना बन्दै आउनू।