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घूम अइली / सन्ध्या भग्गू
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अइली-गइली में
भरम गइली
इ संसार में
कुछ न पइली
हाँ परिवार दोस्त
बहुत बनइली
घर द्वार बनाय के
पैसा खूब कमइली
देस परिदेस घूम अइली
मन्दिर मसजिद देख अइली
सूरीनाम के प्रेम
जब देख ली
बहुत मजा पइली।