Last modified on 31 मई 2017, at 20:01

प्रेम / सुमन पोखरेल

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:01, 31 मई 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सुमन पोखरेल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKC...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


तिम्रा नरम नङ्हरूले जताततै छोइदेऊ
घोच मेरो मनभरि अनि तिमी आफैँ रोइदेऊ
त्यसै किन छोड्दछ्यौ मेरो मैलो मुटुलाई
तिम्रा सुकिला, कोमल गोडाले मिचीमिची धोइदेऊ