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अंगिका हाइकू गीत / प्रदीप प्रभात

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1.
पिया रोॅ पाती
लगाय मन छाती
पढ़ै छी राती।

2.
पढ़ी केॅ पाती
पिया मन भावै छै
याद आवै छै।

3.
याद सताबै
मनुहूं नै आबै छै
मन उत्पाती।

4.
खाली सेजोॅ मेॅ
पिया केरों यादों में
सालै छै छाती।

5.
चूड़ी खनकै
पिया करोॅ यादोॅ मेॅ
मॉन बेचैन।

6.
सुनोॅ पिछौ ना
हाथ गोड पटकौं
जीतेॅ छी मरौॅ।

7.
आबै नै कंत
छुच्छेॅ बिछौना डरौं
लाजोॅ सें मरौं।

8.
ऐल्लै बसंत
बालम है महन्त
धरती संत।

9.
ऊ महारास
ठहाका इंजोरिया
बीचैं कन्हैया।

10.
बेल्ल ज कंत
बोलै औधड़ रंग
छौड़ै नै संग।