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जब सें गेलहौ / कस्तूरी झा 'कोकिल'
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तोहें जब सें गेलहौ,
खुशियाली साथै गेलै।
तोहें जब सें गेलहौ
हरियाली साथै गेलै।
तोहें जब सें गेलहौ
होली साथै गेलै।
तोहें जब सें गेलहौ
दीवाली साथै गेलै।
तोहें जब सें गेलहौ
शहनाई साथै गेलै
तोंहें जब सें गेलहौ
पहनाई साथै गेलौ
तोहें जब सें गेलहौ
अरमान साथै गेलै।
तोहें जब सें गेलहौ
मुसकान साथै गेलै।
सुबह साँझ देखै छीहौॅ
लाले लाल बिंदिया।
फुनगी पर चहकै छै।
चिड़ा आरो चिड़िया।
कबे कहाँ मिलभौ तों?
एतनंे बताय देऽ।
हमहूँ वहीं आबी जैभौं
गला सें लगाय लेऽ।
होलिका दहन (अगजा) दिनांक 22/03/16