भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दीठ / रचना शेखावत

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:09, 14 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रचना शेखावत |अनुवादक= |संग्रह=थार-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पल्लै राखी बांध्योड़ी
बा दीठ उण दिन री
नैणां रा च्यार आखरां में कैयोड़ी
रूंवां रा हजार कानां सूं सुण्योड़ी
जद खोली आ सौरम
बा बणगी बंधेज चूनड़ रो
अर छाबड़ियै पीळै रो
पल्लै राखी ही जकी दीठ।