कठै ई दूर बिरखा है
डूंगर री गम्योड़ी चोटी सी
धवळा बादळ री हलचल
अंतहीण ओ दीठाव
सूंत‘र ले जावै सम्मोहण में
ऊपर चोटी माथै
अरे! ओ कैड़ो उच्छाव है
उपराड़ै रो।
कठै ई दूर बिरखा है
डूंगर री गम्योड़ी चोटी सी
धवळा बादळ री हलचल
अंतहीण ओ दीठाव
सूंत‘र ले जावै सम्मोहण में
ऊपर चोटी माथै
अरे! ओ कैड़ो उच्छाव है
उपराड़ै रो।