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संजो रखी है स्त्री ने / रंजना जायसवाल

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स्त्री ने
सदियों से
संजो रखी हैं
कुछ चीजें मसलन
दूध
आँसू
ममता
प्यार
जिजीविषा
और एक मुखर मौन।