भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ठोठ / दुष्यन्त जोशी
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:16, 29 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |अनुवादक= |संग्रह=अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
म्हूं जाणूं
कै ठोठ रैणौ पाप है
पण
कीं' सीखण सारू
ठोठ होवणौ
जरूरी है
जे म्हूं
हरेक सुवाल रौ
बता सकूं जवाब
तद
म्हारै सूं बडौ ठोठ
कुण हुय सकै।