भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

गीत / रत्नाकर पण्डित

Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:25, 5 जुलाई 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= रत्नाकर पण्डित |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


(सत्रौं शताब्दीको पूर्वार्धतिर)

दुईमाना तिलखुडा दिनान् तीनमाता तोडाका
उईपनि आछिन भन्नान् पन्ताली ओडाका
 X X X
सुर्तानका ओथिकी जाई नाथिन सौज्यालकी
कापुडो रैछ ढकन्यालाई सांप्याली छौत्यालखीं
X X X
साटिका सिंगाडा मनि एकलै गनहडया
मनहडया मडयापछि खेलन्या जनहडया
X X X
डोटी राम्डो डंडेलधुरा अछाम राम्डो सांप्या
मान्छे राम्डो मनमिल्याको पन्छी राम्डो डांफ्या