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आधी आबादी / मृदुला शुक्ला
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आधी आबादी दुनिया की
कहाँ जन्म ले पाती है
जन्म के बाद भी
जीती है वह
गर्भस्त शिशु सी
विचारना दायरों में
दायरे पर्याय हैं सुरक्षा के
अपरिपक्वता के साथ दायरे का टूटना
तय है गर्भपात
गर्भनाल जो मुहैया कराती है जीवन रस
बाँध कर भी रखती है
हाथों और पैरों को पेट के साथ
आवाज़ अव्वल तो होती नहीं
अगर हुई भी तो घुटी सी
दायरों के बाहर न सुनी जाने वाली
दुनिया की आधी आबादी प्रतीक्षित है
नाल को काट कर जन्म लेने के लिए