भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

महानायक / कुमार मुकुल

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:53, 7 जुलाई 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुमार मुकुल }} करिश्‍मैटिक है उसका व्‍यक्तित्‍व<br> एक स...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

करिश्‍मैटिक है उसका व्‍यक्तित्‍व
एक साथ एक ही समय वह
अपने महान पिता की अर्थी को
कंधा देते
और अपने बेटे के साथ
वैगन-आर के प्रचार में
ठुमका देते दिखाई देता है
उसके पुतले बनते हैं
देवताओं की तरह
पूजा होती है
और नाकारा देवताओं की
लंबी लिस्‍ट में
शामिल कर लिया जाता है
उसे भी एक दिन।