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बल्देणु उत्तराखण्ड / सुधीर बर्त्वाल

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उत्तर प्रदेश बटि
ल्यै छा बल्देणु उत्तराखण्ड
अर
सोचि छो कि
खूब रऽजलु-फऽबलु
दुणासु होलु
घीं - दूध बरखोलु।
पर
यरां कख छा लैणा जोग।
आज सु बाखड्या ह्वैगी
नौणे गोन्खि आस
स्याणि बणीक हि रैगि।