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एक अच्छा दिन बिताना मुश्किल है / महेश आलोक
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एक अच्छा दिन बिताना मुश्किल है
हम दुखी न हों एक दिन
किसी को किसी पर गुस्सा न आए
प्यार ही प्यार दिखे सब तरफ
भय और झूठ कत्तई परेशान न करें हमारी आत्मा को
कुछ ऐसा हो कि ईश्वर
भूख से मरे एक दिन।शायद पृथ्वी पर
न पनपे फिर यह असाध्य रोग
युद्ध और धर्म की पुरानी किताब
चली जाए ईश्वर के साथ
इतनी छोटी- सी इच्छा
कि बस एक दिन शान्ति
हो जीवन में
किसी रेखा को बड़ा करने का तरीका
यह न हो कि कोई रेखा मिटा दी जाए
दृश्य से
कोई मुकुट सिर की उम्र से ज्यादा कीमती न हो
कोई संग्रहालय यह घोषणा करे कि पैर
ज्यादा कीमती हैं किसी प्राचीन जूते से
एक अच्छा दिन ऐसा हो कि बस
सब कुछ अच्छा हो एक दिन