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नव जंगल टाइम्स / बालकृष्ण गर्ग

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‘नव जंगल टाइम्स’ निकाला
     जानवरों ने पेपर,
कुत्ते – बिल्ली करें छिपाई
       चूहे कंपोजीटर।
हाकर बनकर बेंचें उसको
  कौए, मुर्गे, तितर,
चतुर कबूतर बने रिपोर्टर
  बंदर जी एडिटर।
             [साप्ताहिक हिंदुस्तान, 25 मार्च 1973]