भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मेहंदी गीत / 1 / राजस्थानी

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:07, 7 सितम्बर 2018 का अवतरण ('{{KKLokRachna |भाषा=राजस्थानी |रचनाकार= |संग्रह= }} {{KKCatRajasthaniRachna}} <poe...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मेहंदी बाट सिलावटां जी रंग बाट्या रंग आय।
मेहंदी द्यो न जी, बहू राणा दे रे हाथ। मेहंदी राचणी।
मेहंदी द्यो न जी, बहू सावतरी रे हाथ। मेंहदी राचणी।
मेंहदी द्यो न जी, बहू चान्दणदे रे हाथ। मेहंदी राचणी।
हाथां मेहंदी राचणी, चन्द्रबाई रो चूड़लो हाथ।
सेज बिछाइजो जी झड़कार बिछाइजो जी कासबजी रा जोध। मेहंदी राचणी।
सेज बिछाइजो जी झड़कार जी देवी देवता की जोड़। मेहंदी राचणी।
थे ही बिछाइलो ये दिवलो जलाल्यो ये सेज बिछाल्यो ये। मेहंदी रचाणी।
हेमा चल री धीय। मेहंदी राचणी। कानूड़ा री मांय, मेहंदी राचणी।

नोट- इसी तरह समस्त परिवार का नाम लें।