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बना के गीत / 10 / राजस्थानी
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राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बना हसती तो ल्याज्यो जी, बना घुड़ला तो थे ल्याजो जी,
बना ल्याजो ल्याजो कलमी आम म्हार घर आज्यो जी।
बनी काईं हठ लाग्याजी, नाजू काईं हठ लाग्याजी।
म्हार नहीं छ आंबा रो रोजगार, काईं हठ लाग्याजी।
बना झूठ मती बोलो जी, बना झूठ मती बोलो जी।
बना पेली क्यू परण्याजी बना पेली क्यू परण्याजी।
पेली परण गमायो म्हाको मान पेली क्यू परण्याजी।
नाजू म्हे नहीं परण्याजी, नाजू म्हे नहीं परण्याजी।
म्हाका दादाजी न दमडा रो लोभ बे परणायाजी।
बनी ऐसी छिटकावा ये, नाजू ऐसी छिटकावा ये
थारा पीहर उड़ाओ काला काग, ऐसी छिटकावा ये
बना ऐसा प्यारा लागोजी, बना ऐसा प्यारा लागोजी।
बनी ऐसी प्यारी लागोये, नाजू ऐसी प्यारी लागोजी।
म्हारा मुखड़ाम रच रह्यो पान, ऐसी प्यारी लागोजी।