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पद / 10 / श्रीजुगलप्रिया
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धरायो तबहिं बियोगी नाम।
जा दिन ते गुरुचरन चन्द्र नख अथये ललित ललाम।
ता दिन ते हों बिकल बावरो बसत बिरह के गाम।