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हर एक जानवर की रिहाई का फ़ैसला / के. पी. अनमोल

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हर एक जानवर की रिहाई का फ़ैसला
हैरान हूँ मैं सुन के कसाई का फ़ैसला

आया है शह्र भर की भलाई का फ़ैसला
लेकिन वो अस्ल में है कमाई का फ़ैसला

बेटी की ख़ैर, एक दो माँगों के ही एवज़
टाला भी कैसे जाए जमाई का फ़ैसला

राखी करेगी माँग किसी दिन कलाई से
थोपा न जाय बहनों पे भाई का फ़ैसला

दहशत के मारे भाग गये दश्त की तरफ
लफ़्ज़ों ने सुन लिया था छपाई का फ़ैसला

लड़कर हमारे पुरखों को हासिल हुआ न कुछ
फिर कर रहे हैं हम क्यों लड़ाई का फ़ैसला

अनमोल एक रोज़ मिलेंगे ज़रूर दिल
है ठीक तेरा हाथ मिलाई का फ़ैसला