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भवा बिटिया क बियाह / जगदीश पीयूष

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भवा बिटिया क बियाह।
नाहीं बाटै कवनो चाह।

अपनी भगती म हमका लगावा माई जी।
गुन औरौ कवनो जियइ क बतावा माई जी॥

दीन जिनका पियार।
भये बड़े बरियार।

ओनकी भिखिया से हमका बचावा माई जी॥
गुन औरौ कवनो जियइ क बतावा माई जी॥

चाही नाहीं राजपाट।
नाहीं चाही ठाठबाट॥

उहीं अंचरा की छहियां सोवावा माई जी।
गुन औरौ कवनो जियइ क बतावा माई जी॥

फूट कबिरा क भाग।
लागा कमरी प दाग॥

कवनो धोबिया क घटवा धरावा माई जी॥
गुन औरौ कवनो जियइ क बतावा माई जी॥