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अट्टालिका / एज़रा पाउंड / एम० एस० पटेल
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आओ, बदतर हैं जो हमसे, उनपर तरस खाएँ ।
आओ, याद करें, मेरे मित्र
पैसेवालों के मित्र नहीं ख़ानसामाँ होते हैं,
हमारे मित्र हैं ख़ानसामाँ नहीं
आओ, विवाहितों और अविवाहितों पर दया करें ।
सजी-धजी पावलोवा जैसी
धीरे-धीरे उषा मंच पर आती है,
मैं अपनी अभिलाषा के क़रीब होता हूँ ।
इस निपट उदासीनता की घड़ी से
जीवन किंचित् सुखी नहीं है,
एक साथ सतर्क होने का समय है
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : एम० एस० पटेल