Last modified on 12 जून 2019, at 15:01

देवदासी / वाहरू सोनवाने / नितिन पाटील

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:01, 12 जून 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वाहरू सोनवाने |अनुवादक= नितिन पाट...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

एक मुल्क
जहाँ भगवान के नाम पर
बेटियों को छोड़ देते हैं
जैसे मुर्गी और बकरियाँ ।

जवान होते-होते
बाजू पकड़
किसी कोने जाकर
भोग लो, कौन देखेगा ?

न घर, न द्वार
भगवान की हैं
बकरियाँ

देवदासी
उन्हें कहते हैं।

मूल मराठी से अनुवाद : नितिन पाटील