भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
उजाले का अँधेरा / मुकुल सरल
Kavita Kosh से
					Sharda suman  (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:20, 11 सितम्बर 2019 का अवतरण
उजाले का अँधेरा

| रचनाकार | मुकुल सरल | 
|---|---|
| प्रकाशक | कश्यप पब्लिकेशन, B-48 / UG-4, दिलशाद एक्सटेंशन-दो, डी०एल०एफ़०, गाज़ियाबाद-201005, उत्तरप्रदेश, भारत। | 
| वर्ष | 2011 | 
| भाषा | हिन्दी | 
| विषय | कविताएँ | 
| विधा | छंदमुक्त प्रगतिशील कविता | 
| पृष्ठ | 120 | 
| ISBN | 978-93-80470-08-5 | 
| विविध | 
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
	
	