भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आरजू थी हमारी वर्षों से / दीनानाथ सुमित्र
Kavita Kosh से
Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:05, 24 दिसम्बर 2019 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दीनानाथ सुमित्र |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
आरजू थी हमारी वर्षों से
कोई हमदम मिले, करार मिले
वो मिले हमसे हाय! ऐसे मिले
जैसे बीमार से बीमार मिले