Last modified on 23 जनवरी 2020, at 10:58

मास्टर श्यामलाल / अभिषेक कुमार अम्बर

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:58, 23 जनवरी 2020 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हमारे मास्टर श्यामलाल,
करा रहे थे
गणित के सवाल।
मास्टर जी ने दो सवाल कराये
और ऐंठ गए।
वापस आ कुर्सी पर बैठ गए।
उन्हीं के पास में बैठे थे
मास्टर सिंधी,
बच्चों को पढ़ाते थे हिंदी।
ब्लैक बोर्ड को देखते हौले-हौले,
फिर श्यामलाल से बोले।
आपने पाँच मिनट में
सब पढ़ा दिया
ये देख मैं चौंकता हूँ,
मैं तो पूरे पीरियड में
एक पाठ नहीं पढ़ा पाता
जबकि कुत्तों की
तरह भौंकता हूँ।