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कभी न तुझे हम गवारा करेंगे / जगदीश नलिन

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कभी न तुझे हम गवारा करेंगे
जैसे भी होगा गुज़ारा करेंगे

चलेंगे क़दम जा सकेंगे जहाँ तक
तल्ख़ियों का बेशक नज़ारा करेंगे

हुए दूर तुझसे इक ज़माना हुआ
तुझे भूलकर न पुकारा करेंगे

हमें भी बे-ख़ता तूने जो रुसवा किया
किसी पे भरोसा न दुबारा करेंगे

ख़्वाब देखा हमने जो साथ तेरे
आँखॊं से अब हम शरारा करेंगे