भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आँसु चुहेको छैन / गीता त्रिपाठी

Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:03, 3 मई 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= गीता त्रिपाठी |अनुवादक= |संग्रह=थ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


आँसु चुहेको छैन
गह रुझेको छैन
फेरि विह्वल छ यो दिल
व्यथा बुझेको छैन
 
नयन उदास छ हरपल यसै विवश छ जीवन
हरक्षण लुकाई आँसु शीतल भएन यो मन
जीवन मरेको छैन
उमेर ढलेको छैन
किन विह्वल छ यो दिल
व्यथा बुझेको छैन
 
बस्ती उजाड फेरि हरक्षण सन्त्रास छ मनमा
हरपल सन्तापले पोल्छ मेरो एकान्त पनमा
आकाश जलेको छैन
धर्ती बगेको छैन
किन विह्वल छ यो दिल
व्यथा बुझेको छैन