जवान होते हुए लड़के का कबूलनामा
रचनाकार | निशांत |
---|---|
प्रकाशक | भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली। |
वर्ष | 2009 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | छंदहीन |
पृष्ठ | 168 |
ISBN | 978-81-263-1696 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।