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रस्ते में नोकीली घाम / निदा फ़ाज़ली

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झुके हुए कन्धों पे साँसों की गठरी
रस्ते में नोकीली घाम

चाय के प्यालों में माथे की शिकनें
सिमटी हुई कुर्सियाँ
सरहद, सिपाही, गेंहूँ, कबूतर
अख़बार की सुर्खियाँ
सिगरेट की डिबिया में बन्दी सवेरा
लोकल के डिब्बों में शाम

लड़ता-झगड़ता कोई किसी से
बेबात कोई हँसे
सागर किनारे लहरों पर कोई
कंकर से हमला करे
लम्बी सी रस्सी पे कपड़े ही कपड़े
कपड़ों के कोनों में नाम

झुके हुए कन्धों पे साँसों की गठरी
रस्ते में नोकीली घाम