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प्यारी तुमको कला / रामगोपाल 'रुद्र'

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प्यारी तुमको कला तुम्हारी है;
हमको अपनी ही रीत प्यारी है!
फोलों का भेद मुस्कियों दाबे
राह हमने भी क्या गुजारी है!