भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ऊँट / रुचि जैन 'शालू'
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:01, 23 जनवरी 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रुचि जैन 'शालू' |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
कूबड़ जैसी पीठ है उसकी
हिलता-डुलता चलता है
गद्देदार पैर हैं उसके
रेगिस्तान में दौड़ता है
पेट में पानी की थैली से
अपनी प्यास बुझाता है
ऊँट की सवारी करने पर
ख़ूब मज़ा आता है।