भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बच्चा मेरा हो प्रथम / अनुराधा पाण्डेय
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:15, 8 मार्च 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनुराधा पाण्डेय |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
बच्चा मेरा हो प्रथम, चमके उसका नाम।
है अहमक तो क्या हुआ, रहूँ न मैं बदनाम॥
रहूँ न मैं बदनाम, पढूं मैं उसके बदले।
किसकी कहो! मजाल, बुरा अब मुझको कह ले।
फन्ने खाँ का पुत्र, कहो! क्यों होगा कच्चा।
आखिर मेरा खून, कनक-सा मेरा बच्चा।