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नसीहत हमारी हिदायत नहीं है / सुजीत कुमार 'पप्पू'
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नसीहत हमारी हिदायत नहीं है, 
मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है। 
गिला बस यही है कि चाहा उन्हीं को, 
मुहब्बत हमारी किफ़ायत नहीं है। 
पैमाने-वफ़ा ने दिया है भुलावा, 
नासमझी हमारी निहायत नहीं है। 
जफ़ा ही मिला है वफ़ा के सिला में, 
फ़क़त ये हक़ीक़त हिकायत नहीं है। 
मुहब्बत के बदले मुहब्बत जताना, 
रवायत यही है इनायत नहीं है।
	
	