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मछली / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

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पानी में मछली हेलै छै
पंखी से पानी ठेलै छै।

कूदै फानै डुबकी मारै
बचकानी भी सेखी झारै।

जाड़ा गरमी सब झैलै छै
पानी में मछली हेलै छै।