भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आग्नेयास्त्र / निर्मलेन्दु गुन / सुलोचना वर्मा

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:59, 26 जून 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निर्मलेन्दु गुन |अनुवादक=सुलोचन...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पुलिस स्टेशन पर है भीड़, आग्नेयास्त्र कर रहे हैं ज़ब्त शहर के
संदिग्ध सैनिक। सामरिक निर्देशों से हैं भयभीत मनुष्य
शॉटगन, राइफ़ल, पिस्तौल और कारतूस, मानो दरगाह की हैं
स्वीकृत मन्नतें; मेज़ पर फूल की तरह है गुण्डे का हाथ ।

मैं सिर्फ़ सामरिक आदेश की अवज्ञा कर हो गया हूँ
कोमल विद्रोही, सर्वसमक्ष लौट रहा हूँ घर
लेकिन मेरे साथ है हृदय की तरह घातक
एक आग्नेयास्त्र, जो मैंने जमा नहीं किया ।

मूल बांग्ला से अनुवाद : सुलोचना वर्मा

लीजिए, अब मूल बांग्ला में यही कविता पढ़िए
                নির্মলেন্দু গুণ
                   আগ্নেয়াস্ত্র

পুলিশ স্টেশনে ভিড়,আগ্নেয়াস্ত্র জমা নিচ্ছে শহরের
সন্দিগ্ধ সৈনিক। সামরিক নির্দেশে ভীত মানুষের
শটগান, রাইফেল, পিস্তল এবং কার্তুজ, যেন দরগার
স্বীকৃত মানৎ; টেবিলে ফুলের মতো মস্তানের হাত।

আমি শুধু সামরিক আদেশ অমান্য করে হয়ে গেছি
কোমল বিদ্রোহী, প্রকাশ্যে ফিরছি ঘরে
অথচ আমার সঙ্গে হৃদয়ের মতো মারাত্মক
একটি আগ্নেয়াস্ত্র,আমি জমা দেই নি।